दीपावली की अनन्त मंगलकामनाएं: कर्तव्यों के राजमार्ग पर चलकर भगवान श्रीराम के पुरूषार्थ को अंगीकार करें

ललित चावला बिजौलिया | 20 Oct 2025

कर्तव्यों के राजमार्ग पर चलकर भगवान श्रीराम के पुरूषार्थ को अंगीकार करें

गुलाबी ठंड की आहट हल्की गरमाहट को अकुलाती है।
देह की थकन जिस घड़ी थोड़े आराम की तलबगार होती हैं,तब कार्तिक मास की अमावस की शाम धीरे-धीरे घनघोर अंधेरे को न्योता बांटती हैं। लेकिन मानस का पुरुषार्थ ठहरा!कब रूका थकानों से,कब थमा अंधेरे में? इन अंधेरी इबारतों को झुठलाता ज्ञात इतिहास का संभवतया पहला उदाहरण सामने रखा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने,तब से शीत और अंधकार पर उल्लास और उजास हमेशा भारी पड़ा है। और नतीजे में जीत मिली है।

भगवान श्रीराम के उदाहरण आज जगमगा रहे है।जुगनुओं सी जलती,सूरज सी चमकती,गहन अंधेरी अमावस के सीने पर लोटती रोशनी में।

कर्तव्यों के राजमार्ग पर चलने वाले हर मनुष्य ने भगवान श्रीराम के पुरूषार्थों को अंगीकार किया है और उसी पर चलने का इरादा भी। इरादों की सफलता का यही उत्सव मानव जगत के अंतर्मन की लंका विजय है। उल्लास,उजास और जीत की त्रिवेणी ही दीवाली है। महापर्व है। आप और हम भगवान श्रीराम के जीवन की शुभता और शुचिता पाकर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली धूमधाम से मना रहे हैं।

CNX DIGITAL आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की अनन्त मंगलकामनाएं प्रेषित करता हैं। शुभता और शुचिता के साथ दीपावली का उत्सव मनाकर जन जन के कल्याण की कामना करता हैं।

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